शुभं करोति कल्याणं कलनग्यं धनसम्पदा। शत्रु बुद्धिनविनाशाय दीपज्योतिरनस्तुते ।।

Friday, April 24, 2020

The love

1=आज कहती हो कि हमें तुमसे मोहब्बत है कल कहोगी कि हमें किसी और से मोहब्बत है परसों कहोगीं  कि बस कर यार अब तो हम किसी और की जरूरत है।

2=आंखें बंद होती है तो तुम्हारा चेहरा नजर आता है आंखें खुला हो तो केवल अंधेरा नजर आता है जिंदगी इस प्रकार अन्धकार  में डूब गई कि अब और कोई सवेरा नजर नहीं आता है।


3=जिंदगी एक रंगीन सपना है आंख बंद होती है तो यह दुनिया हसीन दिखती है और जब आंख खुलती है तो नहीं कोई अपना है।


3=बध्य  हो पर बदनाम ना हो जिंदगी कहीं गुम नाम ना हो तुम्हारा नाम डर -डर  कर लेता हूं कि कहीं तुम बदनाम ना हो।


4=हीरा मोती को छोड़कर मैंने कंकड़ पत्थर को चुना जिंदगी जल जल कर दुआ हो गई ना बचा है अब जीवन का कोई कोना अपनों  और परायों  से क्या गिला करें अब तो जिंदगी भर है रोना अब किसी से क्या कहना मैंने अपना तकदीर स्वंय  ही है बुना। 

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मेरा ईस्वर मैं स्वंय हूँ इसलिए मुझे यह दुनिया कुछ अलग ही दिखाई देती हैं। यदि आप भी मेरी तरह इस दुनिया को देखना चाह्ते हैं तो मेरे साथ दो क़दम चलिए तो आपको इस दुनिया की कुछ अलग ही तस्वीर दिखाई देंगी

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