USE OF THE WORD
शब्द का प्रयोग
शब्द जो हमरे जीवन मैं अहम् भूमिका निभाता हैं हर शब्द का अपना एक वास्तिविक अर्थ होता हैं ऐसा कोई शब्द नहीं हैं जिसका कोई अर्थ ना हो यह शब्द अपने आप में ब्रह्म हैं जो हमारे जीवन को अन्तिम सिमा तक प्रभावित करता हैं।
यह बोलने ,लिखने और समझने में अहम भूमिका निभाता हैं। हमारे जीवन का कोई ऐसा पहलू नहीं हैं जो इससे बच जाय हमारे जीवन में या जगत में जो भी उथल पुथल होता हैं वह इन्ही शब्दो के कारण होता हैं। चाहे वह राजनितिक हो ,सामाजिक हो या फिर आर्थिक हो यह हर जगह होता हैं
शब्द का प्रयोग जीवन के चारो तरफ होता हैं यह हमारे जीवन को ऊपर उठाता भी हैं और निचे गिराता भी हैं जिन लोगो को शब्दो पर पकड़ होता हैं वह पुरी दुनिया पर राज करता हैं एक नेता शब्द को राजनितिक हाथियार के रूप में प्रयोग करता हैं जो उन्हें रंक से राजा बनाता हैं और राजा से रंक बनाता हैं। पेशेवर वकील को यह शब्द ही न्याधीश बनाता हैं। यह शब्द ही जीरो से हीरो बनाता हैं और हीरो से जीरो बना देता हैं। यह शब्द ही हैं जो एक लेखक को महालेखक बना देता हैं। यह शब्द ही जो एक सधारण पुरुष को महापुरुष बनाता है।
अर्थात यह शब्द अम्रित भी है और विष भी है। यह परिस्तिती पर निर्भर करता है की ज्वान से निकला शब्द अम्रित बनेगी या विष। एक बार शब्द ज्वान से निकल जाय तो वह वापस नहीं होता हैं।
इसलिए मनुष्य को शब्द का प्रयोग एक बार नहीं हज़ार बार विचार करके करना चाइये। शब्द से बड़ा घातक हथियार इस सम्पूर्ण जगत में नहीं हैं इसी तरह शब्द से मीठा अम्रित भी नहीं हैं यह बोलने वालो पर निर्भर करता हैं की वह क्या बोलेगा क्या उसने बोलने से पूर्व यह विचार किया हैं की इसका क्या परिणाम होगा।
शब्दो का बड़ा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता हैं यह किसी के जीवन को बदलने का पूर्ण सामर्थ रखता हैं यह किसी भी मनुष्य को अच्छे से बुरा और बुरा से अच्छा बना देता हैं। इसलिए शब्द का प्रयोग सोच -समझ कर करना चाइये।
जय वासुदेव श्री कृष्ण
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