Fake love
बनावटी प्रेम
बनावटी प्रेम या दिखावे का प्रेम या वह प्रेम है जो एक मीठी छुरी और तिथि वार है जिसमें इंसान का हलाल होता ही है बहुत कम ऐसे व्यक्ति हैं जो इस मीठी छुरी से बच जाता है इस प्रेम में सब कुछ दिखावा होता है छल कपट धोखा से लूटपाट मर्डर बलात्कार षड्यंत्र सब कुछ भरा पड़ा होता है किंतु मनुष्य इस टाइप के प्रेम की ओर जल्दी आकर्षित हो जाता है क्योंकि अधिकतर लड़का और लड़की चमक के पीछे भागते हैं जिसके कारण वह किसी के जाल में बड़ा आसानी से फंस जाता है और वह व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार उसका प्रयोग करता है वह सामने से तो मुस्कुराता है किंतु भीतर उसके एक षड्यंत्र चलता रहता है कि इसे आगे कहां तक ले कर जाना है और कहां पर छोड़ना है इसके साथ क्या करना है इससे क्या पाना है इसे क्या देना है यह सब कुछ एक षड्यंत्र के मुताबिक आगे चलता है मैं अब इसी प्रेम के बारे में आगे चर्चा कर रहे हैं
इस प्रेम में कई बिंदु होते हैं जो कुछ इस प्रकार है जरूरत, हवस, बदले की भावना, षडयंत्र ,कुछ पाने की लालसा कुछ मकसद मतलब यूं कह लें कि दुनिया की सारी बुराइयां इस में कूट-कूट कर भरी पड़ी रहती है बस यदि आप इस का निचोड़ निकाले तो इस प्रेम में लोग यदि पाते हैं तो उसका एक ही कारण होता है लालच और हवस कुछ तो जल्दी बड़ा बनने की लालच होती है तो कुछ को अपनी हवस मिटाने की चाहत होती है इसी लालच और हवस में वह चमचमाते हुए चेहरे के पीछे भागते हैं ताकि उसे ऐसा लगता है कि उसका सारा जीवन इसके द्वारा सुखमय हो जाएगा
किंतु जब उसे झटका लगता है तो मानो ऐसा झटका लगा हो कि पूरी शरीर एक झटके में दुआ बन गया सब कुछ लुट जाता है और बर्बाद हो जाता है फिर भी लोग इस टाइप के प्रेम में फंसते रहते हैं
यह प्रेम ज्यादातर स्त्रियों के लिए खतरनाक होता है इसलिए स्त्रियों से हमारा यह अपील है कि आप जल्दी बड़ा बनने की चाहत या किसी से कुछ पाने की चाहत छोड़ दें आप जो कुछ पाना चाहते हैं वह अपने पराक्रम से प्राप्त करें क्योंकि आपका पराक्रम से प्राप्त हुआ कोई भी सुख मैं इतना सुख जितना कि उस व्यक्ति के प्रेम में नहीं है वह व्यक्ति आपसे प्रेम तो नहीं कर सकता क्योंकि वह एक सौदा करता है कि मुझे यह मिलेगा तो मैं तुम्हें यह दूंगा इसलिए इस तरह के प्रेम में या इस तरह के प्रेम से स्त्रियों को हमेशा सावधान रहना चाहिए क्योंकि स्त्रियों का इज्जत ही उसका सबसे मूल्यवान वस्तु होती है यदि वह एक बार खो जाता है तो उसे प्राप्त करना उसके लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है या फिर यूं कह लें कि वह उसे कभी प्राप्त कर ही नहीं किया सकता क्योंकि यह असंभव है
इस प्रेम से पुरुषों को नुकसान तो होता है किंतु पुरुषों की तुलना में स्त्रियों को अधिक नुकसान होता है क्योंकि समाज फिर उसे अपनाना नहीं चाहता और यह उसके जीवन में एक कांटा बन जाता है जिसके कारण उसका सारा जीवन रोता हुआ व्यतीत होता है इसलिए इस टाइप की व्यक्ति से हर स्त्री को सावधान रहना चाहिए मैं यह नहीं कहता कि आप प्रेम ना करें आप प्रेम अवश्य करें किंतु नाप तोल के करें देखभाल के करें कि मैं जिस लड़का से प्रेम कर रहा हूं क्या वह वास्तव में मेरा साथ देगा या नहीं यदि नहीं देता है तो फिर आपका भी उसके साथ नहीं जाना चाइये
पर अब तक मैंने यह देखा है कि ऐसी लड़कियां हैं जो उस लड़के के पीछे भागते हैं जो निश्चित ही एक न एक दिन उसे धोखा दे देता है और उस लड़के को देखता तक नहीं है जो उसका सच्चा जीवन साथी है वह वास्तव मुझ से प्रेम करता है किंतु लड़कियां को चमक शौक उत्साह मान-सम्मान पद प्रतिष्ठा से ज्यादा लगाव होता है अपनी सुख को बहुत अधिक महत्व देता है और अपनी सुख को पाने की लालसा में उसे उस लड़के का वास्तविक रूप नहीं दिखाई देता है जिसके कारण वह उसके प्रेम जाल में फंस जाता है और कुछ दिन के पश्चात उसका यह सारा भरम टूट जाता है फिर तो वह ना घर का रहता है ना घाट का तो इस तरह की जीवन जीने से अच्छा है कि हम प्रेम ना करें यही अच्छा विकल्प हमारे पास है यदि हम लड़कों की पहचान नहीं कर पाते हैं तो आप या स्त्रियां प्रेम ही ना करें क्यों की जब हमारा हंसता खेलता जीवन बर्बाद हो जाए तो हम क्यू करे अब आगे आपकी मर्जी है आपका जीवन है आप इसे जहन्नुम में डाले या जन्नत में ले जाए हमारा क्या हम तो केवल आपको इतना अवगत कराने के लिए यह लेख लिखा है
जय वासुदेव श्री कृष्ण
बनावटी प्रेम या दिखावे का प्रेम या वह प्रेम है जो एक मीठी छुरी और तिथि वार है जिसमें इंसान का हलाल होता ही है बहुत कम ऐसे व्यक्ति हैं जो इस मीठी छुरी से बच जाता है इस प्रेम में सब कुछ दिखावा होता है छल कपट धोखा से लूटपाट मर्डर बलात्कार षड्यंत्र सब कुछ भरा पड़ा होता है किंतु मनुष्य इस टाइप के प्रेम की ओर जल्दी आकर्षित हो जाता है क्योंकि अधिकतर लड़का और लड़की चमक के पीछे भागते हैं जिसके कारण वह किसी के जाल में बड़ा आसानी से फंस जाता है और वह व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार उसका प्रयोग करता है वह सामने से तो मुस्कुराता है किंतु भीतर उसके एक षड्यंत्र चलता रहता है कि इसे आगे कहां तक ले कर जाना है और कहां पर छोड़ना है इसके साथ क्या करना है इससे क्या पाना है इसे क्या देना है यह सब कुछ एक षड्यंत्र के मुताबिक आगे चलता है मैं अब इसी प्रेम के बारे में आगे चर्चा कर रहे हैं
इस प्रेम में कई बिंदु होते हैं जो कुछ इस प्रकार है जरूरत, हवस, बदले की भावना, षडयंत्र ,कुछ पाने की लालसा कुछ मकसद मतलब यूं कह लें कि दुनिया की सारी बुराइयां इस में कूट-कूट कर भरी पड़ी रहती है बस यदि आप इस का निचोड़ निकाले तो इस प्रेम में लोग यदि पाते हैं तो उसका एक ही कारण होता है लालच और हवस कुछ तो जल्दी बड़ा बनने की लालच होती है तो कुछ को अपनी हवस मिटाने की चाहत होती है इसी लालच और हवस में वह चमचमाते हुए चेहरे के पीछे भागते हैं ताकि उसे ऐसा लगता है कि उसका सारा जीवन इसके द्वारा सुखमय हो जाएगा
किंतु जब उसे झटका लगता है तो मानो ऐसा झटका लगा हो कि पूरी शरीर एक झटके में दुआ बन गया सब कुछ लुट जाता है और बर्बाद हो जाता है फिर भी लोग इस टाइप के प्रेम में फंसते रहते हैं
यह प्रेम ज्यादातर स्त्रियों के लिए खतरनाक होता है इसलिए स्त्रियों से हमारा यह अपील है कि आप जल्दी बड़ा बनने की चाहत या किसी से कुछ पाने की चाहत छोड़ दें आप जो कुछ पाना चाहते हैं वह अपने पराक्रम से प्राप्त करें क्योंकि आपका पराक्रम से प्राप्त हुआ कोई भी सुख मैं इतना सुख जितना कि उस व्यक्ति के प्रेम में नहीं है वह व्यक्ति आपसे प्रेम तो नहीं कर सकता क्योंकि वह एक सौदा करता है कि मुझे यह मिलेगा तो मैं तुम्हें यह दूंगा इसलिए इस तरह के प्रेम में या इस तरह के प्रेम से स्त्रियों को हमेशा सावधान रहना चाहिए क्योंकि स्त्रियों का इज्जत ही उसका सबसे मूल्यवान वस्तु होती है यदि वह एक बार खो जाता है तो उसे प्राप्त करना उसके लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है या फिर यूं कह लें कि वह उसे कभी प्राप्त कर ही नहीं किया सकता क्योंकि यह असंभव है
इस प्रेम से पुरुषों को नुकसान तो होता है किंतु पुरुषों की तुलना में स्त्रियों को अधिक नुकसान होता है क्योंकि समाज फिर उसे अपनाना नहीं चाहता और यह उसके जीवन में एक कांटा बन जाता है जिसके कारण उसका सारा जीवन रोता हुआ व्यतीत होता है इसलिए इस टाइप की व्यक्ति से हर स्त्री को सावधान रहना चाहिए मैं यह नहीं कहता कि आप प्रेम ना करें आप प्रेम अवश्य करें किंतु नाप तोल के करें देखभाल के करें कि मैं जिस लड़का से प्रेम कर रहा हूं क्या वह वास्तव में मेरा साथ देगा या नहीं यदि नहीं देता है तो फिर आपका भी उसके साथ नहीं जाना चाइये
पर अब तक मैंने यह देखा है कि ऐसी लड़कियां हैं जो उस लड़के के पीछे भागते हैं जो निश्चित ही एक न एक दिन उसे धोखा दे देता है और उस लड़के को देखता तक नहीं है जो उसका सच्चा जीवन साथी है वह वास्तव मुझ से प्रेम करता है किंतु लड़कियां को चमक शौक उत्साह मान-सम्मान पद प्रतिष्ठा से ज्यादा लगाव होता है अपनी सुख को बहुत अधिक महत्व देता है और अपनी सुख को पाने की लालसा में उसे उस लड़के का वास्तविक रूप नहीं दिखाई देता है जिसके कारण वह उसके प्रेम जाल में फंस जाता है और कुछ दिन के पश्चात उसका यह सारा भरम टूट जाता है फिर तो वह ना घर का रहता है ना घाट का तो इस तरह की जीवन जीने से अच्छा है कि हम प्रेम ना करें यही अच्छा विकल्प हमारे पास है यदि हम लड़कों की पहचान नहीं कर पाते हैं तो आप या स्त्रियां प्रेम ही ना करें क्यों की जब हमारा हंसता खेलता जीवन बर्बाद हो जाए तो हम क्यू करे अब आगे आपकी मर्जी है आपका जीवन है आप इसे जहन्नुम में डाले या जन्नत में ले जाए हमारा क्या हम तो केवल आपको इतना अवगत कराने के लिए यह लेख लिखा है
जय वासुदेव श्री कृष्ण
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